वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ न करे...
गज़ल/Ghazal: Wo Dil Hi Kya Tere Milne Ki Jo Dua Na Kare...
चित्रपट / Movie/Album: Deewangee (1993)
संगीतकार / Music Director: Lalit Sen (ललित सेन)
गीतकार / Lyricist: Qateel Shifai (क़तील शिफ़ाई)
गायक / Singer(s): Anuradha Paudwal (अनुराधा पौडवाल)
Music Label: T-Series
वो दिल ही क्या, तेरे मिलने की, जो दुआ न करे
मैं तुझको भूल के, ज़िंदा रहूँ, ख़ुदा न करे
पुकारा तूने, जो हालात के, अंधेरों से
मिलेगी मेर,ी वफ़ा तुझको, रोशनी बनकर
मैं जिस मक़ाम से, गुजरूंगी, लेके नाम तेरा
रहेगा साथ, तेरा प्यार, ज़िन्दगी बनकर
ये और बात, मेरी ज़िन्दगी, वफ़ा न करे
वो दिल ही क्या, तेरे मिलने की, जो दुआ न करे
वो दिल ही क्या...
किसी तरह, से ही वो लोग भी, तो जिन्दा हैं
जिन्होंने उम्र, गुजारी है, बेवफाई में
तड़प के हिज्र की, रातें गुजर ही जाती हैं
ये ठीक है, नहीं मरता, कोई जुदाई में
ख़ुदा किसी को किसी से मगर, जुदा न करे
वो दिल ही क्या, तेरे मिलने की, जो दुआ न करे
मैं तुझको भूल के, ज़िंदा रहूँ, ख़ुदा न करे
वो दिल ही क्या...
वो दिल ही क्या, तेरे मिलने की, जो दुआ न करे
मैं तुझको भूल के, ज़िंदा रहूँ, ख़ुदा न करे
सुना है उस को मोहब्बत दुआएँ देती है
जो दिल पे चोट तो खाए मगर गिला न करे
अगर वफ़ा पे भरोसा रहे न दुनिया को
तो कोई शख़्स मोहब्बत का हौसला न करे
बुझा दिया है नसीबों ने मेरे प्यार का चाँद
कोई दिया मिरी पलकों पे अब जला न करे
ज़माना देख चुका है परख चुका है इसे
'क़तील' जान से जाए पर इल्तिजा न करे