ऐ हुस्न-ए-लालाफ़ाम ज़रा आँख तो मिला...
गाना / Song: Ae Husn-E-Lalafam Zara Aankh To Mila
संगीतकार / Music Director: Ghulam Ali (गुलाम अली)गीतकार / Lyricist: Saghar Siddiqui (साग़र सिद्दीक़ी)
गायक / Singer(s): Ghulam Ali (गुलाम अली)
ऐ हुस्न-ए-लालाफ़ाम ज़रा आँख तो मिला
खाली पड़े हैं जाम ज़रा आँख तो मिला
कहते हैं आँख आँख से मिलना है बंदगी
दुनिया के छोड़ काम ज़रा आँख तो मिला
क्या वो न आज आयेंगे तारों के साथ साथ
तनहाइयों की शाम ज़रा आँख तो मिला
साक़ी मुझे भी चाहिये इक जाम-ए-आरज़ू
कितने लगेंगे दाम ज़रा आँख तो मिला
हैं राह-ए-कहकशाँ में अज़ल से खड़े हुए
'साग़र' तेरे ग़ुलाम ज़रा आँख तो मिला