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आज भी हैं मेरे, क़दमों के निशां, आवारा...


गज़ल/Ghazal: Aaj Bhi Hain Mere Kadmon Ke Nishan...
चित्रपट / Movie/Album: Dil Nasheen (1988)
संगीतकार / Music Director: Hariharan (हरिहरन), Mumtaz Rashid (मुमताज़ राशिद)
गीतकार / Lyricist: Ibrahim Ashq (इब्राहिम अश्क), Mumtaz Rashid (मुमताज़ राशिद), Hakim Nasir (हकीम नासिर), Saeed Rahi (सईद राही), Abdul Hameed Adam (अब्दुल हमीद 'अदम')
गायक / Singer: Hariharan, हरिहरन
Music Label: T-Series Music

आज भी हैं मेरे, क़दमों के निशां, आवारा
तेरी गलियों में, भटकते थे, जहाँ आवारा

तुझसे क्या बिछड़े तो ये हो गई अपनी हालत
जैसे हो जाए हवाओं में धुँआ आवारा

मेरे शेरों की थी पहचान उसी के दम से
उसको खोकर हुए बेनाम निशां आवारा

जिसको भी चाहा उसे टूट के चाहा राशिद
कब मिलेंगे तुम्हें हम जैसे यहाँ आवारा

आज भी हैं मेरे, क़दमों के निशां, आवारा
तेरी गलियों में, भटकते थे, जहाँ आवारा 
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