ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए...
Song: Khuda Kare Ke Mohabbat Mein Yeh Maqam Aaye
Singers: Mehdi Hassan (मेहदी हसन),Song Lyricists: Tasleem Fazli (तस्लीम फाज़ली)
Music Composer: Mehdi Hassan
ख़ुदा करे कि मोहब्बत में ये मक़ाम आए
किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आए।
कुछ इस तरह से जिए ज़िन्दग़ी बसर न हुई
तुम्हारे बाद किसी रात की सहर न हुई
सहर नज़र से मिले ज़ुल्फ़ ले के शाम आए।
ख़ुद अपने घर में वो मेहमान बन के आए हैं
सितम तो देखिए अनजान बन के आए हैं
हमारे दिल की तड़प आज कुछ तो काम आए।
वही है साज़ वही गीत है वही मंज़र
हर एक चीज़ वही है नहीं है तुम वो मगर
उसी तरह से निग़ाहें उठें, सलाम आए।
तुम्हारा प्यार मेरे गेसुओं की उलझन हो
तुम्हारे नाम से दिल का चराग़ रोशन हो
सहर नज़र से मिले ज़ुल्फ़ ले के शाम आये
किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आये।
जहाँ तलक ये हसीं गुनगुनाती रात चले
नज़र नज़र से मिले दिल से दिल की बात चले
हमारे दिल की तड़प आज कुछ तो काम आये
किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आये।
मेरे ख़यालों की तसवीर हू-ब-हू तुम हो
मेरे हुज़ूर निगाहों की आरज़ू तुम हो
नज़र उठे मेरी जानिब कोई सलाम आये
किसी का नाम लूँ लब पे तुम्हारा नाम आये।