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हँसी मासूम सी बच्चों की कापी में इबारत सी...

by 1:06 PM
हँसी मासूम सी बच्चों की कापी में इबारत सी हिरन की पीठ पर बैठे परिन्दे की शरारत सी वो जैसे सर्दियों में गर्म कपड़े दे फ़क़ीरों को लबों पे...Read More

सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं...

by 12:03 PM
सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं मांगा खुदा से रात दिन तेरे सिवा कुछ भी नहीं देखा तुझे सोचा तुझे चाहा तुझे पूजा तुझे मेरी ख़ता...Read More

अभी इस तरफ़ न निगाह कर...

by 11:32 AM
अभी इस तरफ़ न निगाह कर मैं ग़ज़ल के पलकें सँवार लूँ मेरा लफ़्ज़ लफ़्ज़ हो आईना तुझे आईने में उतार लूँ मैं तमाम दिन का थका हुआ तू तमाम शब ...Read More

आस होगी न आसरा होगा...

by 5:57 PM
आस होगी न आसरा होगा आने वाले दिनों में क्या होगा मैं तुझे भूल जाऊँगा इक दिन वक़्त सब कुछ बदल चुका होगा नाम हम ने लिखा था आँखों में आं...Read More

कोई काँटा चुभा नहीं होता...

by 5:25 PM
कोई काँटा चुभा नहीं होता दिल अगर फूल सा नहीं होता कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी यूँ कोई बेवफ़ा नहीं होता गुफ़्तगू उन से रोज़ होती है मुद...Read More

सोचा नहीं अछा बुरा....

by 3:37 PM
सोचा नहीं अछा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं मांगा खुदा से रात दिन तेरे सिवा कुछ भी नहीं देखा तुझे सोचा तुझे चाहा तुझे पूजा तुझे मेरी ख़ता म...Read More

ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है...

by 3:34 PM
ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है अभी तुझसे मिलता जुलता कोई दूसरा कहाँ है वही शख़्स जिसपे अपने दिल-ओ-जाँ निसार कर दूँ वो अगर ख़फ...Read More

यूँ ही बेसबब न फिरा करो...

by 3:32 PM
यूँ ही बेसबब न फिरा करो, कोई शाम घर भी रहा करो वो ग़ज़ल की सच्ची किताब है, उसे चुपके चुपके पढ़ा करो कोई हाथ भी न मिलायेगा, जो गले मिलोगे ...Read More

गुलाबों की तरह दिल अपना...

by 3:23 PM
गुलाबों की तरह दिल अपना शबनम में भिगोते हैं मोहब्बत करने वाले ख़ूबसूरत लोग होते हैं किसी ने जिस तरह अपने सितारों को सजाया है ग़ज़ल के र...Read More

चंद शेर - बशीर बद्र

by 3:22 PM
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो न जाने किस गली में ज़िन्दगी की शाम हो जाये । -- ज़िन्दगी तूने मुझे कब्र से कम दी है ज़मीं पाँव ...Read More

भूल शायद बहुत बड़ी कर ली...

by 3:07 PM
भूल शायद बहुत बड़ी कर ली दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली तुम मुहब्बत को खेल कहते हो हम ने बर्बाद ज़िन्दगी कर ली उस ने देखा बड़ी इनायत स...Read More

मेरे साथ तुम भी दुआ करो...

by 2:55 PM
मेरे साथ तुम भी दुआ करो यूँ किसी के हक़ में बुरा न हो कहीं और हो न ये हादसा कोई रास्ते में जुदा न हो मेरे घर से रात की सेज तक वो इक आँस...Read More

याद किसी की चांदनी बन कर....

by 2:50 PM
याद किसी की चाँदनी बन कर कोठे कोठे उतरी है याद किसी की धूप हुई है ज़ीना ज़ीना उतरी है रात की रानी सहन-ए-चमन में गेसू खोले सोती है रात-ब...Read More

ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है...

by 5:07 PM
ये चिराग़ बेनज़र है ये सितारा बेज़ुबाँ है अभी तुझसे मिलता जुलता कोई दूसरा कहाँ है वही शख़्स जिसपे अपने दिल-ओ-जाँ निसार कर दूँ वो अगर ख़फ़ा न...Read More

राख हुई आँखों की शम्एं...

by 5:06 PM
राख हुई आँखों की शम्एं, आँसू भी बेनूर हुए, धीरे धीरे मेरा दिल पत्थर सा होता जाता है। अपने दिल है एक परिन्दा जिसके बाजू टूटे हैं, हसरत से बाद...Read More

रात के साथ रात लेटी थी...

by 5:05 PM
रात के साथ रात लेटी थी सुबह एक पालने में रोती थी याद की बर्फपोश टहनी पर एक गिलहरी उदास बैठी थी मैं ये समझा के लौट आए तुम धूप कल इतनी उजली उज...Read More

वही ताज है वही तख़्त है...

by 5:05 PM
वही ताज है वही तख़्त है वही ज़हर है वही जाम है ये वही ख़ुदा की ज़मीन है ये वही बुतों का निज़ाम है बड़े शौक़ से मेरा घर जला कोई आँच न तुझपे आ...Read More

वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे...

by 5:03 PM
वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब[१] समझते होंगे चाँद कहते हैं किसे ख़ूब समझते होंगे इतनी मिलती है मेरी ग़ज़लों से सूरत तेरी लोग तुझको मेरा महबूब समझ...Read More

वो महकती पलकों की ओट से...

by 5:02 PM
वो महकती पलकों की ओट से कोई तारा चमका था रात में मेरी बंद मुठ्ठी ना खोलिये वही कोहीनूर था हाथ में मैं तमाम तारे उठा-उठा कर ग़रीबों में बाँट ...Read More

सब कुछ खाक हुआ है लेकिन...

by 4:58 PM
सब कुछ खाक हुआ है लेकिन चेहरा क्या नूरानी है पत्थर नीचे बैठ गया है, ऊपर बहता पानी है बचपन से मेरी आदत है फूल छुपा कर रखता हूं हाथों में जलता...Read More

सुबह का झरना, हमेशा हंसने वाली औरतें...

by 4:51 PM
सुबह का झरना, हमेशा हंसने वाली औरतें झूटपुटे की नदियां, ख़मोश गहरी औरतें सड़कों बाज़ारों मकानों दफ्तरों में रात दिन लाल पीली सब्ज़ नीली, जलत...Read More

सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं..

by 4:49 PM
सोचा नहीं अच्छा बुरा देखा सुना कुछ भी नहीं मांगा खुदा से रात दिन तेरे सिवा कुछ भी नहीं देखा तुझे सोचा तुझे चाहा तुझे पूजा तुझे मेरी ख़ता मेर...Read More

सौ ख़ुलूस बातों में सब करम ख़यालों में...

by 4:47 PM
सौ ख़ुलूस बातों में सब करम ख़यालों में बस ज़रा वफ़ा कम है तेरे शहर वालों में पहली बार नज़रों ने चाँद बोलते देखा हम जवाब क्या देते खो गये सवा...Read More
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